चोचड़ा। हर साल की भांति इस वर्ष भी गांव में भगवान परशुराम की जयंती सामूहिक रूप से और हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। सुबह गांव-खेड़े पर जमा होकर ग्रामीणों ने सबसे पहले यज्ञ किया। सरपंच महेंद्र शर्मा ने इस आयोजन की अध्यक्षता की। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम ब्रह्मतेज और क्षात्र तेज दोनों की प्रतिमूर्ति थे। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हम सबको अन्याय के खिलाफ संघर्ष के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान परशुराम और उनके जैसे अन्य महापुरूषों को बिरादरियों तक सीमित करना उनका अपमान है। यह दिव्य विभूतियां और उनके संदेश समूचे देश,समाज और मानवता की धरोहर हैं। ग्रामवासी संदीप शर्मा ने बताया कि हवन के बाद भंडारे का आयोजन भी हुआ। साथ ही एक कुश्ती प्रतियोगिता भी हुई। इसमें गांव के करीब तीन दर्जन खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया।शर्मा ने बताया कि गाँव में सब बिरादरियों के लोग इस सालाना समारोह में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है। उन्होंने बताया कि सरपंच महेंद्र शर्मा ने सत्यवान व अन्य विजेताओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में सभी समुदायों के लोग शामिल हुए। इस अवसर पर राम निवास, रामापाल पांचाल, संदीप शर्मा, कर्मबीर पीटीआई व राजेश आदि भी मौजूद थे।